जैन समाज के लिए यह एक अद्भुत और ऐतिहासिक अवसर है, जब वे पट्टाचार्य महोत्सव के भव्य आयोजन का साक्षी बनेंगे। यह महोत्सव 27 अप्रैल से 2 मई 2025 तक सुमति धाम, गोधा एस्टेट, इंदौर में आयोजित होगा।
यह आयोजन केवल एक सांस्कृतिक या धार्मिक समारोह नहीं है, बल्कि यह श्रद्धा, भक्ति और आध्यात्मिक चेतना का महापर्व है। महोत्सव श्रमणाचार्य 108 श्री विशुद्धसागर जी महाराज की आध्यात्मिक प्रतिष्ठा और उनके द्वारा किए गए अध्यात्म योग, संतत्व और जैन सिद्धांतों के प्रचार-प्रसार को समर्पित है। उनके मार्गदर्शन और शिक्षाओं के माध्यम से इस महोत्सव का उद्देश्य समाज में संयम, समता और सेवा जैसी जैन मूल्य स्थापित करना है।
इस भव्य आयोजन की परिकल्पना की है सपना और मनीष गोधा ने। उनकी अगुवाई में इंदौर की हर गली और क्षेत्र आज एक तीर्थभूमि का रूप ले चुकी है। पट्टाचार्य महोत्सव के दौरान श्रद्धालु, भक्त और समाजसेवी मिलकर श्रद्धा, भक्ति और सामाजिक सेवा का अद्भुत अनुभव प्राप्त करेंगे।
महोत्सव में भजन संध्या, धार्मिक प्रवचन, शोभायात्रा और सामाजिक कार्यक्रम शामिल होंगे, जो उपस्थित लोगों को आध्यात्मिक ऊर्जा, मानसिक शांति और सकारात्मक सोच प्रदान करेंगे। यह आयोजन प्रत्येक श्रद्धालु के लिए जीवन में यादगार और प्रेरणादायक अनुभव साबित होगा।
आइए, हम सब मिलकर इस महोत्सव का हिस्सा बनें और जैन धर्म के आदर्श, संयम और समर्पण को अपने जीवन में उतारते हुए इस दिव्य अवसर को संजोएं।
पट्टाचार्य महोत्सव: क्या है खास?
350 से अधिक संतों का आगमन – आचार्य, मुनिराज, आर्यिका माताजी सहित अनेक त्यागी संतो का महा-संगम।
20 हजार क्षमता वाला AC देशना मंडप – गर्मी में भी शांति से साधना और प्रवचन का लाभ।
360 संत आहार चौके – हे स्वामी नमोस्तु की गूंज से भरपूर संतों का पड़गाहन।
4 विशाल भोजनशालाएं और वात्सल्य मंडप – समाजजनों के लिए उत्तम भोजन और स्वाध्याय की व्यवस्था।
65 एकड़ में विस्तृत आयोजन स्थल – कॉटेज, प्ले ज़ोन, ज्ञानशाला, डिजिटल तीर्थयात्रा, समवशरण रचना, इमर्सिव झोन आदि।
2000 ड्रोन शो और लेजर लाइट प्रेजेंटेशन – पहली बार जैन कथाओं की ऐसी अनोखी प्रस्तुति।
स्वस्ति मेहुल जैन की भक्ति संध्या – भक्ति के रंग में रंगा इंदौर।
पट्टाचार्य महोत्सव: विशेष आयोजन:
27 अप्रैल – प्रातः 6 बजे मंगल प्रवेश जुलूस (महावीर बाग से सुमतिधाम)
30 अप्रैल – प्रातः 7 बजे पट्टाचार्य प्रतिष्ठा संस्कार देशना मंडप में
1 मई – जलबिंदु महाकाव्य पर राष्ट्रीय विद्वत संगोष्ठी
2 मई – गणाचार्य विरागसागर जी की 62वीं जन्म जयंती
पट्टाचार्य महोत्सव: रजिस्ट्रेशन अनिवार्य
प्रवेश केवल ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से होगा। रजिस्ट्रेशन लिंक https://sumatidham.com
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें: 8719995010, 11, 12
आइए, हम सब मिलकर इस महोत्सव का हिस्सा बनें और जैन धर्म के आदर्श, संयम और समर्पण को अपने जीवन में उतारते हुए इस दिव्य अवसर को संजोएं।
यह सिर्फ एक आयोजन नहीं है, बल्कि जैन समाज की चेतना, भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा का उत्सव है।
यह वह अवसर है, जब पूरे समाज के लोग श्रद्धा, समर्पण और आध्यात्मिक चेतना के संगम का साक्षी बनते हैं।
इस महोत्सव में हर पल, हर स्वर, और हर भजन हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, शांति और संतुलन का संचार करता है।
आइए, हम सब मिलकर इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनें। सुमतिधाम, इंदौर में आपका स्वागत है—जहाँ भक्ति, श्रद्धा और समाज सेवा का अद्भुत संगम हमें हमारे अंदर की आध्यात्मिक ऊर्जा और जीवन मूल्यों से जोड़ता है।
यह अवसर केवल देखने और सुनने का नहीं है, बल्कि इसे अपने हृदय और आत्मा में अनुभव करने का है।
इस दिव्य उत्सव के माध्यम से हम जैन धर्म के आदर्शों, संयम और समर्पण को अपने जीवन में उतार सकते हैं
और समाज में शांति, प्रेम और सेवा का संदेश फैला सकते हैं।
सुमतिधाम गुरु भक्त परिवार की ओर से सभी श्रद्धालुओं, भक्ति प्रेमियों और समाजसेवियों को
इस दिव्य उत्सव का हिस्सा बनने का हार्दिक आमंत्रण है। आइए, हम सब मिलकर इसे
एक यादगार, प्रेरणादायक और आध्यात्मिक अनुभव बनाएं,
जो हमारे जीवन और समाज को नई रोशनी और ऊर्जा से भर दे।
Also read: https://jinspirex.com/pillow-aur-atmik-urja-tips/
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्र. पट्टाचार्य महोत्सव कब और कहाँ होगा?
✔️ 27 अप्रैल से 2 मई 2025 तक सुमतिधाम, इंदौर में।
प्र. यह आयोजन किसके सम्मान में है?
✔️ श्रमणाचार्य 108 श्री विशुद्धसागर जी महाराज के सम्मान में।
प्र. क्या रजिस्ट्रेशन ज़रूरी है?
✔️ हां, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
प्र. रजिस्ट्रेशन कहाँ करें?
✔️ https://sumatidham.com पर।
प्र. आयोजन स्थल कितना बड़ा है?
✔️ 65 एकड़ में फैला हुआ है।
प्र. कितने संतों का आगमन होगा?
✔️ 350 से अधिक संतों का।
प्र. क्या AC मंडप की सुविधा है?
✔️ हां, 20,000 क्षमता वाला AC देशना मंडप है।