
क्या आपने कभी यह कल्पना की है कि कोई मंदिर बिना किसी नींव के, अपनी रहस्यमय शक्ति से खड़ा हो सकता है, जैसे वह खुद ही किसी दिव्य इच्छा से प्रकट हुआ हो? मध्यप्रदेश के इंदौर जिले की देपालपुर तहसील में स्थित छोटे से बनेडिया गांव में ऐसा ही एक जैन मंदिर है, जिसे श्रद्धालु श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र बनेडिया जी के नाम से जानते हैं।
यह मंदिर केवल धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि अपनी अद्भुतता, रहस्यमय कथा और चमत्कारिक निर्माण के लिए प्रसिद्ध है। कहते हैं कि यह मंदिर स्वयं प्रकट हुआ, यानी इसे किसी इंसान ने सीधे तौर पर बनवाया नहीं। और सबसे हैरानी की बात यह है कि इसके निर्माण में कहीं भी ठोस नींव नहीं है, फिर भी यह आश्चर्यजनक रूप से स्थिर खड़ा है।
श्रद्धालु बताते हैं कि इस मंदिर की दीवारों और संरचना में ऐसा संतुलन है कि इसे देखकर हर कोई हैरान रह जाता है। यह केवल एक स्थापत्य चमत्कार नहीं, बल्कि भक्ति और आस्था का अद्भुत प्रतीक है।
इस मंदिर की कहानी हमें यह सिखाती है कि जब आस्था, विश्वास और चमत्कार एक साथ मिलते हैं, तो असंभव भी संभव बन जाता है।
मंदिर की रहस्यमयी कहानी
स्थानीय कथाओं के अनुसार, एक तपस्वी मुनिराज इस मंदिर को लेकर यात्रा कर रहे थे। रास्ते में किसी कारणवश उन्होंने इसे इसी स्थान पर रखा और ध्यानमग्न हो गए। जैसे ही शाम हुई, मंदिर वहीं स्थिर हो गया और आज तक यहीं स्थित है।
मंदिर की खुदाई में यह चौंकाने वाली बात सामने आई कि मंदिर का कोई पक्का आधार नहीं है, और यह बिना किसी खंभे के भी स्थिर है। इसकी दीवारें 6 से 8 फीट चौड़ी हैं, जो इसे स्थापत्य कला का अनोखा उदाहरण बनाती हैं।
बनेडिया जैन मंदिर: मंदिर की संरचना और प्राचीन मूर्तियाँ
मुख्य मंदिर गोलाकार रूप में बना है और इसमें भगवान अजीतनाथ जी की लगभग 4 फीट ऊंची प्रतिमा प्रतिष्ठित है। इसके अलावा, मंदिर में भगवान आदिनाथ, चंदप्रभु, पाश्र्वनाथ और शांतिनाथ जी की भी प्राचीन मूर्तियाँ मौजूद हैं।
मंदिर के पास एक बड़ा तालाब है, जो इसकी सुंदरता और शांति को और बढ़ाता है। समय के साथ श्रद्धालुओं ने मूल मंदिर को भव्य और आकर्षक रूप दे दिया है, लेकिन इसके रहस्य और चमत्कार आज भी बरकरार हैं।
पूर्णिमा पूजा और मेला
मंदिर में हर पूर्णिमा को विशेष पूजा और मेला का आयोजन किया जाता है। देशभर से श्रद्धालु इस अवसर पर यहां पहुंचते हैं। मान्यता है कि पूर्णिमा के दिन यहां पूजा में शामिल होने से हर मनोकामना पूरी होती है। इसी विश्वास के चलते कई श्रद्धालु लगातार 7, 8 या 15 पूर्णिमा तक यहां आते हैं।
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बनेडिया जैन मंदिर: मंदिर कैसे पहुँचें
- स्थान: बनेडिया गांव, देपालपुर तहसील, इंदौर जिला, मध्यप्रदेश
- दूरी: इंदौर शहर से लगभग 45–50 किलोमीटर
- सड़क मार्ग: इंदौर से देपालपुर की ओर सड़क मार्ग द्वारा बनेडिया गांव पहुँचना आसान है।
- सुविधाएँ: मंदिर के पास धर्मशाला और अन्य आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
बनेडिया जैन मंदिर: क्यों जाएँ?
बनेडिया जी जैन मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं है; यह रहस्य, इतिहास और स्थापत्य कला का अद्भुत संगम भी प्रस्तुत करता है। इसकी हर ईंट, हर मूर्ति, और हर नक्काशी न केवल भक्ति की गहराई को दर्शाती है, बल्कि यह पुराने समय की कलात्मक प्रतिभा और अद्भुत इंजीनियरिंग कौशल का भी परिचायक है।
बिना नींव के स्थिर खड़ा यह मंदिर और इसकी प्राचीन मूर्तियाँ श्रद्धालुओं, इतिहास प्रेमियों और स्थापत्य कला के शौकीनों के लिए एक अद्भुत, रहस्यमयी और आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती हैं। यहां आते ही लगता है कि आप किसी प्राचीन कथा और दिव्यता के बीच प्रवेश कर गए हैं, जहाँ हर कोना, हर आकृति अपने आप में एक कहानी कहती है।
अगर आप धार्मिक यात्रा, रहस्य, चमत्कार और आत्मिक अनुभव का आनंद लेना चाहते हैं, तो यह तीर्थ स्थल आपके लिए अवश्य होना चाहिए। यहाँ का अनुभव न केवल आपकी आत्मा को शांति देगा, बल्कि आपके मन में आस्था, विस्मय और प्रेरणा की गहरी भावना भी भर देगा।